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यादों के झरोखें पार्ट -2

#यादों के झरोखे

सुबह  से  शाम  हो  गई  है  इंतिजार में 

ऐ मेरे ख़ुदा...

अब तरस खा मुहव्वत  की बरसाते कर

©® प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला - महासमुन्द (छः ग)

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1 Comments

Reyaan

11-Dec-2023 10:17 AM

Nice one

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